खुशियां और समझौता
हो ख्वाहिश गर जीने की तो जीना। हो ताकत काबिल बनने की तो बनना। रह लेंगे हम जैसे तैसे तू अपना वक्त बदलना। जाना पड़े गर कभी छोड़कर हमे तो जाना। मगर बस वही से दो बातें कर लिया करना।…
हो ख्वाहिश गर जीने की तो जीना। हो ताकत काबिल बनने की तो बनना। रह लेंगे हम जैसे तैसे तू अपना वक्त बदलना। जाना पड़े गर कभी छोड़कर हमे तो जाना। मगर बस वही से दो बातें कर लिया करना।…
इस दुनिया की सबसे बड़ी मनोवैज्ञानिक होती है माँ RITURAJ SHARMA
तुम्हें लगता है तुम्हें कोई देख नहीं रहा जो मन होगा करते जाओगे।मगर शायद तुम भूल गये कि भगवान सब देख रहे हैं।वो देख रहे है कि तुम्हें क्या करने भेजा था और क्या कर रहे हो।तुम्हें खुशियों के साथ…
हमारी मानसिक स्थिति और भावनाएं हमारे अंदर जमी होती हैं और ये हमारे जीवन को बहुत गहराई तक प्रभावित कर सकती हैं। हमारी यादों और अनुभवों को एक लाइब्रेरी की तरह सोचना बहुत ही रूचिकर है। हमें खुश रहने के…
में अपनी जिंदगी की किताब लिख रहा हूं।उलझे हुए सवालों के जवाब लिख रहा हूं।कुछ किस्सों के साथ कुछ ख्वाब लिख रहा हूं।कल के अंधेरे को छोड आने वाला कल लिख रहा हूं।में कुछ उलझे हुए रिश्तों का हिसाब लिख…
मैं दूर हूं तुमसे तो यह मत समझना कि मैं प्यार नहीं करती..तरसती हूं तुम्हें देखने के लिए यह मत समझना कि तेरा इंतजार नहीं करती..बहुत प्यार है तुमसे यह मत समझना तुम्हें याद नहीं करती.. अंधा भरोसा है मुझे…
ऐ वक्त तुम बदल क्यों जाया करते हो।क्यों इतनी भागदौड़ करवाया करते हो। चल तो रहा हु में तुम्हारे हिसाब से।फिर क्यों लालच में बहकाया करते हो।। ऐ वक्त,,,,,, अभी बाकि जीवन मेरा बहुत ,थोड़ा आराम करने दो।क्यों बार बार…
यहाँ लोग अब मुझे जीने नहीं देते।पूछते है मुझसे की क्या हुआ तेरी मोहब्बत का।और हॅसते है। यु तेरे छोड़ जाने की बात कहकर।ये लोग मेरी सांसे छीन लेना चाहते है।तेरी बातो का सहारा लेकर। अब कुछ कह भी तो…
किस की सुने दिल की या दिमाग की। दिल कहता है। मर जा दिमाग कहता है कायर मत बन। दिल कहता है कोन है तेरे साथ दिमाग कहता है जिसके पास धन है उसके साथ सब है। दिल कहता है…