ऐ वक्त तुम बदल क्यों जाया करते हो।
क्यों इतनी भागदौड़ करवाया करते हो।
चल तो रहा हु में तुम्हारे हिसाब से।
फिर क्यों लालच में बहकाया करते हो।। ऐ वक्त,,,,,,
अभी बाकि जीवन मेरा बहुत ,
थोड़ा आराम करने दो।
क्यों बार बार बदलकर यु परेशां करते हो।
तुम्हे क्या पता तुम्हारे बदलने से तकलीफ कितनी होती है।
क्यों बेवजह ऐसे बदलकर मेरी तकलीफे बढ़ाया करते हो। ऐ वक्त,,,,,,
कहते तो हे तुम बड़े बलवान हो।
क्यों हमेशा अपने बलवान होने का फायदा उठाया करते हो। ऐ वक्त,,,,,,