जिंदगी छोटी नहीं होती। उसको देखने का नजरिया और सोचने का तरीका छोटा होता है।
विश्वाश जब टूटता है तो बहुत कुछ छूट जाता है। वो सब पुराना याद आता है जिसे अक्सर लोग भूल जाते है।
हालत एक से नहीं रहते बदलते जरूर है। बस समय के साथ अपने कर्म करते चलो।
किसी को खुद को समझने का मौका मत दो, क्युकी अगर वो इंसान आपको छोड़ गया तो फिर खुद को संभल नहीं पाओगे।
बात उतनी करो जितना सामने वाला समझ सके,क्युकी ज्ञान देना तो आसान है। मगर खुद ग्रहण करना बहुत मुश्किल।
जिम्मेदारियां सिखाती है हमारे जीवन जीने का सही तरीका।
जीवन हर समय हमारे सोचने और विचारो के रूप में हमसे बात करता है। बस उस समय को समझना हमारे हाथ में है।
उन लोगो पर ध्यान दे जो हमारे साथ खुश है क्युकी किसी को खुश रखना हमारा पुण्य कर्म होता है।
खुद के लिए कोशिश करना कभी नहीं छोड़ना चाहिए। हमेशा कोशिश करते रहना चाहिए।
और कोशिश नाकाम होने पर या सफलता नहीं मिलने पर घबराना नहीं फिर से प्रयास करे। सफलता एक दिन जरूर मिलेगी।
जो लोग आपके साथ है वह आपकी ताकत है उनसे रिश्ता और दोस्ती हमेशा बनाये रखे। और वक्त के साथ आगे बढ़ने के प्रयास करते रहे।
क्युकी जो लोग रिश्तो और दोस्ती को छोड़कर आगे बढ़ते है। वह आगे तो बढ़ जाते है मगर कभी खुश नहीं रहते। हमेशा मन ही मन परेशान
होते रहते है। क्युकी समय के साथ निर्णय नहीं ले पाते। इसलिए जहा जिस स्तिथि में है उस परिस्तिथि में खुश रहे।