आज हमारी लाइफ बहुत ही कठिन हो गई है या फिर हमने हमारी सोच और विचारो से इसे कठिन बना लिया है। हमारी की सोच में इतना अंतर आगया है। की हम इंसान को इंसान नहीं समझ रहे। कई जगह हम मज़बूरी में वो काम कर रहे होते हे। जिस काम को करने का हमारा मन नहीं होता। और बिना मन के हम उस काम करने के लिए सहमत हो जाते है। यही हमारी मज़बूरी होता है।बिना मतलब के कोई किसी का नहीं इंसानियत खतम होती जा रही है। कोई भी काम करे या कोई भी डिसीजन ले पहले खुद का फायदा देखते है। खुशियों का मतलब तो भूल ही गए।
बस पैसे में अपनी खुशियों को देखते है। लाइफ को जीना मतलब बहुत सारा पैसा होना। ये पैसा और इस पैसे की सोच ही है जो हमें अपने रिश्ते और परिवारों से अलग कर रही है। हम मन से कुछ और और बहार से कुछ और होते जा रहे है। खुद को सही साबित करने के लिए बातो का मतलब कैसे बदला जाये ये अच्छे से समझते है। जिसे हम बिना का ज्ञान या फिर फ्री का ज्ञान कहते है। और जब कभी किसी के सामने बात करते है। और बात से सहमत नहीं होने पर भी हां हां करने का दिखावा करते है। किसी भी बात या टॉपिक पर घंटो ख़राब करदेना हमारी आदत बन गई है।हमारे माइंड में ऐसे कितने विचार आते है जहा हमें लाइफ के महत्वपूर्ण डिसीजन लेने होते है। मगर वह भी खुशियों को छोर हम पैसे को देखकर डिसीजन लेते है।और फिर लाइफ में सब कुछ फॉरमैलिटीज होती रहती है। और अगर कुछ गलत हो जाए तो तो लोग बिना मतलब की बाते करते है ताने मारते है। की देख मेने कहा था ये वो अब हुआ न।और सबकुछ अच्छा चल रहा हो तो जेलिस भी महसूस करते है। मगर हमें कुछ नहीं सुनना चाहिए। क्यकि ये सब वही लोग बोलते है। जो लाइफ में कुछ नहीं करते।असल में गलत और सही कुछ होता हिनहि है। ये सब हमारी लाइफ का एक पार्ट होता है जिसे सबका देखने का एक नजरिया होता है। इसलिए जीवन को हमेशा हमें अपने हिसाब से जीते रहना चाहि। शांत मन एक सुन्दर जीवन बनाता है। जिसे हम खुश रहकर आसानी से जी सकते है।