खुशियां और समझौता

हो ख्वाहिश गर जीने की तो जीना। हो ताकत काबिल बनने की तो बनना।

रह लेंगे हम जैसे तैसे तू अपना वक्त बदलना।

जाना पड़े गर कभी छोड़कर हमे तो जाना। मगर बस वही से दो बातें कर लिया करना।

बस अपनी खुशियों के साथ कभी समझौता मत करना। अच्छी राह चुनना अच्छे लोगो में रहना।

लगे कोई काम कठिन तो अपने बीते वक्त को याद कर लिया करना।

बस अपनी खुशियों के साथ कभी समझौता मत करना। तू अपना लक्ष्य बनाकर अपनी राह पर चलना।

लोग कहे कुछ भी तू लोगो की बिलकुल चिंता मत करना। रह लेंगे हम जैसे तैसे तू अपनी खुशियां चुनना।

RITURAJ SHARMA

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