किसी के अंतर्मन का संघर्ष उसकी भावनाओं से पूछो।

किसी के अंतर्मन का संघर्ष उसकी भावनाओं से पूछो।उसके दिखावे की मुस्कुराहट से पूछो।पूछो उसके एकांत से। पूछो उसके बलिदान से।जो मुस्कुराता तो है।मगर किसी और के लिए।

किसी के अंतर्मन का संघर्ष उसकी भावनाओं से पूछो।उसके दिखावे की मुस्कुराहट से पूछो।पूछो उसके एकांत से। पूछो उसके बलिदान से।जो मुस्कुराता तो है।मगर किसी और के लिए।जो खुशियां चाहता तो है।मगर किसी और के लिए।जो सपने देखता तो है।मगर किसी और के लिए।जो खुद की ख्वाहिशों को बेचकर कमाता तो है।मगर किसी और के लिए।जो भुलाकर खुद के सपने। सपने सजाता तो है।मगर किसी और के लिए।किसी के अंतर्मन का संघर्ष उसे पूछो।जो अपनी इंसानियत छुपाता तो है।मगर किसी और के लिए।

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