आज दिवाली 2022 लोक ड़ाऊंन के 2 साल बाद आज फिर लग रहा है की लोग सब कुछ भूल चुके है
और अपनी आगे की जिंदगी जीने के लिए तय्यार है।लास्ट ईयर इतना उत्साह नहीं था आज फिर से वही उत्साह है।
पिछले साल तक इतने पटाखे नहीं चल रहे थे। इतना शोर नहीं हो रहा था। आज पूरा देश फिर उसी माहोल में है। जो 2019 की दिवाली में था आज फिर से लोग आगे बढ़ चुके है।और बिता सब कुछ भूल चुके है। हां कुछ गमो को कभी नहीं भरा जा सकता क्युकी जिस पर गुजरा होता है। वही समझ सकता है बाकि कोई नहीं। और ये अच्छा भी है और पाजिटिविटी का रूल भी यही कहता है। जो हुआ उसे बुरा सपना समझ कर भूल जाओ। और लाइफ में आगे बढ़ो। और आज शायद वही हो रहा है। प्रकृति का नियम भी यही कहता है। की आज में जिओ जो हुआ उसे भूल जाओ। मगर कभी कभी हमारे साथ ऐसी चीजे हो जाती है जिन्हे हम चाहकर भी नहीं भूल पाते और भूलने की कोश्शि करने पर बार बार और जयदा वो सब हमारे सामने आने लगता है।और शायद तब जब कोई आपको यकीन दिलाकर वो करे जो उसका मन हो।क्यकि किसी को अपना बोलना तो आसान है मगर अपना बोलकर उसके साथ रिश्ता रखना बहुत मुश्किल होता है। होता भी यही है। की जो हमारे पास है वो हमें नजर नहीं आता।और जो नहीं है वो नजर आता है।और हम उसे ब्लेम करने लगते है की उसने ऐसा किया जबकि उसने वही किया जो उसने पहले से सोचा हुआ था। आज फिर से दिवाली का माहौल है।