आपकी प्रार्थना आपके अंदर के विश्वास पर आपको जवाब देती है।और इसी विश्वास से आपकी प्रार्थना पूरी होती है।यूनिवर्स हमारी हर बात सुनता है।बस उसमे हमारा विश्वास होना चाहिए।जब हम पूरे विश्वास से प्रार्थना करते है।और हमारा मन और मस्तिष्क पूरी तरह हमारे नियंत्रण में होता है।तो हमारी सभी प्राथनाएं यूनिवर्स स्वीकार करता है।हमारी सोच हमारे विचार बहुत ही ताकतवर बन जाते है।और जैसा हम सोचते है।वैसा बनते जाते है।हमारे विचार वास्तविक रूप में बदलने लगते है।